Mirzapur Season 2 Ending Story Explanation(Episode 10) -“Get Here Shrewd Devastating Thrilled”

Mirzapur Season 2 Episode 9 के end मे हमने देखा कि Munna को जैसे ही पता लगता है कि बाबर अभी भी जिंदा है तो वह तुरंत उसे मारने के लिए मक़बूल के घर चले जाता है Then वहाँ पहुँच कर Munna, मक़बूल कि माँ और बाबर को मार देता है So अब मक़बूल अपने आँखों के सामने अपनी माँ को मरा हुआ पाकर बागी बन जाता है अब मक़बूल किस तरह से अपना बदला पूरा करेगा ? जानने के लिए पढ़ते रहे Mirzapur Season 2 Ending Story Explanation(Episode 10). Click here to check Mirzapur Season 2 review.

Mirzapur Season 2 Ending Story Explanation(Episode 10)

अब मक़बूल कालीन भैया के घर Munna को मारने चले जाते है , जहां पर उन्हे Munna के बदले बाबू जी मिलते है वह उन्हे मारने ही वाले होते है Meanwhile वहाँ बीना पहुँच जाती है और मक़बूल से कहती है कि वह बाबू जी को मारेगी और फिर वह चाकू से बाबू जी पर वार करती है But जैसे ही सभी लोग घर आते है तो यह सारा सक्ख मक़बूल के ऊपर जाता है

तभी कालीन भैया अपने बाबू जी का अंतिम संस्कार करने जाते है और इतने मे Munna वहाँ आ जाता है और उनसे चिल्ला कर बात करने लगता है कि वह अब मिर्ज़ापुर कि गद्दी पर बैठना चाहता है और कालीन भैया उसे यह कहकर रोक देते है कि यह अभी सही समय नहीं है इस बारे मे बाद मे बात करेंगे और इतना सुनकर Munna नाराज होकर वहाँ से चले जाता है

यह सब सुनकर बीना का डर अब और ज्यादा बढ्ने लगता है कि कहीं गद्दी के लालच मे munna, बीना के लड़के को ना मार दे Then

बीना, राजा को आगाह करती है कि Munna घर पर आ रहा है और वह गुस्से मे है इसलिए उसके बेटे का ध्यान रखना, इतने मे वहाँ Munna आ जाता है और राजा उस पर गोली चलाना शुरू करता है लेकिन यह गोली खुद राजा पे भारी पड़ जाती है और उसकी मौत हो जाती है जब Munna, राजा से पूछता है कि तुम्हें मुझपर गोली मारने को किसने कहा तो यहाँ पर राजा मरते मरते एक चाल खेल जाता है और कालीन भैया का नाम देकर खुद परलोक चला जाता है और इतना सुनकर Munna, शरद को फोन करके कालीन भैया को मारने के लिए निकल जाता है

WAR

इतने मे बीना अब गुड्डू पंडित को फोन करती है और बताती है कि family इस वक्त बहुत कमजोर है और यह सबसे सही time है वार करने का यह सुनकर गुड्डू अपनी टीम बनाकर निकल जाता है but इतने मे ही मौर्या जी, गुड्डू को रास्ते मे पकड़ लेते है और उसे arrest करके ले जाते है रमाकांत पंडित भी इनके साथ रहता है और तभी वह नोटिस करता है कि मौर्या जी गुड्डू को किसी और रास्ते ही ले जा रहे है और जब पंडित जी वहाँ पहुँचते है तो वो देखते है कि मौर्या जी, गुड्डू को गोली मारने वाले है और इतने मे पंडित जी, मौर्या जी पर गोली चला देता है क्यूंकी रमाकांत पंडित , गुड्डू को jail कि सजा दिलवाना चाहता है After that वह अपना नया जीवन शुरू कर सके ।

इसके बाद गुड्डू वहीं पहुँच जाते है जहां कालीन भैया अपने बाप कि चिता जला रहे होते है , Moreover, Munna भी अपने बाप को मारने के लिए वहाँ पहुँच जाता है और तीसरी तरफ शरद भी वहीं पहुँच जाते है और यह सब तमाशा चुपके से देख रहे होते है इतने मे ही गुड्डू munna को मौत के घाट उतार देता है कालीन भी अधमरे हालत मे होता है और शरद जैसे तैसे उन्हे वहाँ से बचा कर ले जाता है

और अब गुड्डू पंडित मिर्ज़ापुर कि गद्दी मे बैठ जाते है लेकिन यह राज भी तब तक है जब तक बीना त्रिपाठी का बेटा बड़ा नहीं हो जाता और यही deal, बीना ने गुड्डू के साथ कर रखी थी ।

The-End

Mirzapur Season 2 Ends Here.